आमतौर पर धोनी के हाथो में या तो विकेट कीपिंग के दस्ताने होते है या फ़िर अपना बेट मगर इंदौर में भारतीय टीम के कप्तान अपने हाथ में बन्दूक लेकर निशाना साधते हुए नज़र आए। वे अपने साथ चल रहे बी.एस.एफ.के डिप्टी कमांडेंट अंजन भोला और मध्यप्रदेश राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी सिद्धार्थ चौधरी से अलग अलग तरह की बंदूको की भी जानकारी ले रहे थे।
दरअसल पिछले साल नवम्बर में इंदौर में भारत और इंग्लेंड के बीच एक मैच था। मैच के लिए यहाँ आए धोनी को जब ये पता चला कि इंदौर में बी.एस.एफ.की एक बेहतरीन शूटिंग रेंज है तो वो अपने आप को रोक नही पाये और तुंरत रेंज में पहुच गए।
धोनी लगभग २ घंटे तक यहाँ रहे। यहाँ उन्होंने इनडोर और आउटडोर दोनों रेंज में निशाने साधे। धोनी ने खासतौर पर उस तरह की गन से निशानेबाजी की जिससे अभिनव बिंद्रा ने स्वर्ण पर निशाना लगाया था. उनके सटीक निशानों और सादगी भरे व्यवहार से बी.एस.एफ के अधिकारी भी हैरान थे। उनके मुताबिक धोनी एक अच्छे खिलाड़ी ही नही बल्कि एक उम्दा इंसान और बेहतर निशानेबाज़ भी है।
मुझे नही पता कि आप क्रिकेट देखना पसंद करते है या नही ? मुझे ये भी नही पता कि आप धोनी के फेन है या कई सारी बातो को लेकर उनके आलोचक है लेकिन यदि आप धोनी के करीयर से वाकिफ है तो आप इस बात से सहमत होंगे कि इस बन्दे में ऐसा कुछ तो है जो उन्हें बाकि लोगो और खिलाडियों से अलग बनाता है और यदि आप इससे इत्तिफाक नही रखते तो आपका स्वागत है अपनी बात रखने के लिए
Thursday, May 28, 2009
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देखा आज ही इनको निशानेबाजी करते..नया हुनर मालूम चला जनाब का.
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